बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने 1 दिसंबर 2023 से मिशन दक्ष की शुरुआत की है, मिशन दक्ष के तहत प्रदेश के हर स्कूल से उन बच्चों का चयन किया गया है जो पढ़ाई में पूरी तरह से कमजोर हैं।
खासकर अगर उन्हें हिंदी नहीं आती है तो उनकी शिक्षा में सुधार के लिए मिशन दक्ष शुरू किया गया है, इसके साथ ही 1 दिसंबर 2023 से स्कूलों में नया टाइम टेबल भी तय कर दिया गया है, अब स्कूल सुबह 9 बजे खुलेंगे और शाम 5 बजे बंद होंगे।
सुबह 9 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक सामान्य बच्चों की पढ़ाई होगी, इसके बाद उन चयनित बच्चों को 3:30 से 4:15 बजे तक पढ़ाया जायेगा।
ये हैं मिशन दक्ष
गणित के कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जिन्हें संख्याएं पहचानने में दिक्कत आती है। उन्हें भी इस मिशन दक्ष अभियान में शामिल किया जायेगा। ऐसे बच्चों को 15 मार्च 2024 तक पढ़ाई में अच्छा बनाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, अगर ये बच्चे परीक्षा पास नहीं कर पाते हैं तो हेडमास्टर के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने आदेश जारी किया था, बताया गया कि मार्च के तीसरे सप्ताह में स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं कराई जाएंगी। इन बच्चों के लिए यह परीक्षा पास करना जरूरी है। अगर ये बच्चे फेल होते हैं तो संबंधित शिक्षक या प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई हो सकती है।
जिन छात्रों का चयन मिशन दक्ष के तहत किया गया है, उनकी शिक्षा में सुधार किया जाएगा। भागलपुर के जगदीशपुर स्थित खरबा मध्य विद्यालय का निरीक्षण कर केके पाठक ने मिशन दक्ष पर फोकस करने की बात कही। यहां KK Pathak ने बच्चों से बात की. प्रधानाचार्य ने बताया कि मिशन दक्ष के तहत 168 बच्चों का चयन किया गया है। फिलहाल 55 बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया गया है।
11 शिक्षक 5-5 बच्चों को गोद लेकर उनकी हिंदी पढ़ाएंगे, उनकी हिंदी मजबूत होगी। इसकी शुरुआत 1 दिसंबर 2023 से हो गई है।