KK Pathak के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने एक और बड़ा फैसला लिया है, अब छह से कम कक्षाएं लेने पर शिक्षक का पूरे दिन का वेतन काटा जाएगा। हर स्कुल के हेड मास्टर को उसी दिन ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा भी करनी होगी, अगर हेड मास्टर इस संबंध में रिपोर्ट नहीं देंगे तो बीईओ उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करेंगे।
अब Bihar School Examination Board के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में शिक्षकों को हर दिन छह कक्षाएं लेनी होंगी। जिस दिन शिक्षक छह कक्षाएं नहीं लेंगे, उसकी रिपोर्ट उसी दिन बीईओ के माध्यम से एचएम को जिला मुख्यालय भेजनी होगी। हेड मास्टर को उसी दिन ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा भी करनी होगी।
अगर कोई शिक्षक जिस दिन छह कक्षा नहीं लेंगे, उस दिन का वेतन रोक दिया जायेगा। अगर हेड मास्टर इस संबंध में रिपोर्ट नहीं देंगे तो बीईओ उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करेंगे। राज्य मुख्यालय से मिले इस निर्देश के बाद डीपीओ नीरज कुमार ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजा है और उनके माध्यम से सभी स्कूलों को यह जानकारी दे दी गयी है।
बीईओ को लिखे पत्र में कहा गया है कि वे प्रतिदिन निरीक्षण पदाधिकारी से रिपोर्ट लें और विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध करायें, फॉर्म में दी गई जानकारी को संचालित पोर्टल या गूगल शीट पर साझा करने का भी आदेश दिया गया है।
शिक्षक एवं विद्यार्थी की उपस्थिति पर जोर
Bihar Board की ओर से जारी प्रपत्र के मुताबिक शिक्षकों की उपस्थिति और अनुपस्थिति की जानकारी बीईओ को देनी होगी।
आदेश में कहा गया है कि मिशन दक्ष के तहत रोजाना कक्षाएं संचालित हो रही हैं या नहीं, इसकी जानकारी देनी होगी। मिशन दक्ष के तहत चिन्हित बच्चों की संख्या और मिशन दक्ष के तहत अंतिम कार्य दिवस पर संचालित कक्षाओं का विवरण देने का आदेश दिया गया है।
मिशन दक्ष से जुड़ने वाले कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को कितने पीरियड पढ़ाए गए, इसकी भी रिपोर्ट मांगी गई है। बाल संसद, अभिभावक व शिक्षक बैठक, एमडीएम, शौचालय व समय सारिणी से संबंधित रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया गया । विभिन्न विद्यालयों के संबंध में प्रयोगशाला, शौचालय एवं अन्य सुविधाओं की अद्यतन जानकारी भी देनी होगी